નમસ્તે મિત્રો , આ શૈક્ષણિક બ્લોગ માં શિક્ષણ ને લગતી માહિતી મળી રહે તે માટે નાનો પ્રયાસ કરવા માં આવ્યો છે .. કોઈ પ્રકાર ના અપેક્ષા વગર લોકો ને ઉપયોગી માહિતી પૂરી પાડવા નો હેતુ છે. મને જણાવતા ખુશી થાય છે કે આ બ્લોગ દરેક શિક્ષણ સાથે સંકળાયેલા લોકો ને એક પ્રેરણા પૂરી પાડશે ... @@સુવિચાર @@ માણસ જ્યાં સુધી બીન સ્પર્ધાત્મક વાતાવરણમાં હોય છે ત્યાં સુધી આળસુ,ઢીલો અને શુષ્ક રહે છે પણ જેવું વાતાવરણ બદલાઈને સ્પર્ધાત્મક થાય છે તેવો તે તરવરતો અને જીવંત બની જાય છે. પડકાર માણસને જીવંત બનાવે છે માટે પડકારથી ડરો નહીં, તેનો સામનો કરો. .

બુધવાર, 9 ઑક્ટોબર, 2013

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______________ अदरक विशिष्ट गुणों से भरपूर __________

अदरक रसोई घर या हर्बल दवाओं में भी पाया जाता है। विशिष्ट गुणों से भरपूर अदरक का इस्तेमाल कई बड़ी-छोटी बीमारियों में भी किया जाता है।

यह कफ, खांसी, जुकाम, सिरदर्द, कमर दर्द, पसली और छाती की पीड़ा दू...र करती है और पसीना लाकर रोम छिद्रों को खोलती है। औषधि के रूप में इसका प्रयोग गठिया, र्‌यूमेटिक आर्थराइटिस (आमवात, जोड़ों की बीमारियों) साइटिका और गर्दन व रीढ़ की हड्डियों की बीमारी (सर्वाइकल स्पोंडिलाइटिस) होने पर, भूख न लगना, मरोड़, अमीबिक पेचिश, खाँसी, जुकाम, दमा और शरीर में दर्द के साथ बुखार, कब्ज होना, कान में दर्द, उल्टियाँ होना, मोच आना, उदर शूल और मासिक धर्म में अनियमितता होना, एंटी-फंगल। इन सब रोगों में भी अदरक (सोंठ) को दवाई के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।

अदरक एक दर्द निवारक के रूप में भी पाया गया है। इस का प्रयोग दर्दनाक माहवारी, माइग्रेन, अपच और संक्रमण के लिए और अस्थमा के रूप में राहत प्रदान और जीवन शक्ति और दीर्घायु को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है।

विभिन्न प्रकार के रूमेटिक रोगों में जहाँ कर्टिकोस्टेराईड तथा नान स्टेराइड दर्द नाशक दवाएं दी जाती हैं वहाँ अदरक का रस बहुत ही लाभ दायक है। अदरक कुष्ठ, पीलिया, रक्त पित्त, ज्वर दाह रोग आदि में उपयोगी औषधि है। अदरक का रस पेट के लिए तो लाभकारी है ही साथ में शरीर की सूजन, पीलिया, मूत्र विकार, दमा, जलोदर आदि रोगों में भी लाभकारी है। इसके सेवन से वायु विकार नष्ट हो जाते हैं।

बालों के लिए भी उपयोगी है। अदरक का रस रूसी को भी नियंत्रित करता है। अदरक खाने से मुंह के हानिकारक बैक्टीरिया भी मर जाते हैं।
   

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